चकराता: जौनसार बावर क्षेत्र चकराता विधानसभा के खत अड़गाव चंदौऊ गांव के निवासी रविन्द्र तोमर लोक संस्कृति के पुरोधा है जिन्होंने अपने बाल्या अवस्था से ही काफ़ी संघर्ष किया है 12 वी तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पजिटिलानी से पास करने के बाद अपने कार्य में जुट गए थे और इनको बचपन से ही अपनी संस्कृति के गाने का बहुत शौंक था उसके बाद इन्होंने अपने संस्कृति के लिए काम करना शुरू किया धीरे धीरे अपनी एल्बम और वीडियो गाने के साथ यूट्यूब पर धूम मचाने लगे जौनसार बावर की संस्कृति के लिए अपनी मधुर वाणी से जनता का दिल जीत रहे है आज के इस डिजिटल युग में भी रविन्द्र तोमर ने अपने मधुर वाणी से जनता के बीच एक अलग पहचान संस्कृति के लिए बनाई है हाल ही में इन्होंने ये गाने गाए है। उमा साथेनी बाजों ली तांडी गीत डॉड़ू गीत आदि गीत अपनी मधुर वाणी से गाए है
जिसको लोगो के द्वारा बहुत पसंद किया जा रहा है लोक संस्कृति की बात करे तो इनका नाम सबसे पहले आता है इन्होंने आज तक कई गाने अपनी मधुर वाणी से गाए है जिसे जौनसार बावर में ही नहीं बल्कि प्रदेश ओर देश विदेश में देखा ओर सुना ओर पसंद किया जाता है
रविन्द्र तोमर को बचपन से ही गाड़ी चलाना और अपनी बोली भाषा संस्कृति के प्रति हमेशा आगे आए है अपनी संस्कृति के लिए जौनसार बावर एवम् उत्तराखंड में जहां संस्कृति के आयोजन होते है वहां हमेशा अग्रसर रहते है