उत्तराखंड

150 साल बाद होगा ऐतिहासिक शाही स्नान एवम् विशाल जागडा

150 वर्षों बाद होगा मौकाबाग में ऐतिहासिक शाही स्नान, शिलगूर महाराज मंदिर में दिव्य अनुष्ठान और विशाल जागड़ा
महेंद्र तोमर (मौकाबाग ) फ़ेडूलानी

खत बमटाड़ के मौकाबाग स्थल पर 150 वर्षों बाद एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक पुनर्जागरण होने जा रहा है। शिलगूर महाराज के पावन मंदिर में भव्य शाही स्नान, दिव्य अनुष्ठान और विशाल जागड़ा का आयोजन तय हुआ है, जो पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और उल्लास का केंद्र बन चुका है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्ता रखता है, बल्कि यह खत बमटाड़ की सांस्कृतिक विरासत से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। आयोजकों के अनुसार, यह पवित्र अवसर पूरे पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।

📿 शाही स्नान कार्यक्रम की रूपरेखा:

🔹 27 जून 2025:
मौकाबाग से हरिद्वार के लिए शाही यात्रा रवाना होगी। गाजे-बाजे, धार्मिक झांकियों और श्रद्धालुओं की टोली के साथ यह यात्रा शुभारंभ होगी।

🔹 28 जून 2025:
हरिद्वार पहुंचकर पवित्र गंगा तट पर शाही स्नान सम्पन्न होगा। वहां वैदिक मंत्रों, पूजन और यज्ञ के साथ धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे। इसके पश्चात यात्रा हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चूड़धार के लिए प्रस्थान करेगी।

🔹 29 जून 2025:
चूड़धार से आगे यात्रा फैडोलानी पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है। यहां भजन-संध्या और सत्संग के साथ वातावरण पूर्णतः आध्यात्मिक रहेगा।

🔹 30 जून 2025:
शिलगूर महाराज की प्रतिमा को विधिवत रूप से मौकाबाग के नए मंदिर में प्रतिष्ठित किया जाएगा। इसके उपरांत एक विशाल जागड़ा आयोजित होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी अपेक्षित है।

🙏 धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

यह आयोजन क्षेत्र की आस्था, परंपरा और सामाजिक समरसता का परिचायक बनेगा। स्थानीय लोगों में इस आयोजन को लेकर अत्यधिक उत्साह है। प्रशासनिक सहयोग, श्रद्धालुओं की तैयारी और धार्मिक आयोजकों की सक्रियता से यह कार्यक्रम ऐतिहासिक बनने की ओर अग्रसर है।

यह अनुष्ठान न केवल धार्मिक श्रद्धा को पुनर्जीवित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत बनकर मौकाबाग की धार्मिक गरिमा को पुनर्स्थापित करेगा।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!