चकराता। जौनसार बावर क्षेत्र के तहसील कालसी अंतर्गत टीपोंऊ गांव निवासी सीताराम शर्मा लोक संस्कृति के पुरोधा है, जिन्होंने अपने बाल्या अवस्था से ही जौनसार बावर की संस्कृति के लिए अपनी मधुर वाणी से लोगो का दिल जीता है। जिसकी बदौलत आज के इस डिजिटल मीडिया के युग में भी इन्होंने अपनी एक अलग ही छाप छोड़ी हुई है। जिसके चलते जहां लोक संस्कृति की बात होती है वाह इनका नाम सबसे पहले आता है। इन्होंने आज तक सैकड़ों गाने लिखे और गाए है, जिसे प्रदेश में ही नहीं देश के साथ ही विदेशों में देखा सुना और पसंद किया गया है।
इसी कड़ी में सीताराम शर्मा का एक नया लोक गीत झेंता 11 नवंबर को आने वाला है । जिसमें सीताराम शर्मा का साथ परीमा राणा ने दिया है। बता दें कि सीताराम शर्मा ने जब डिजिटल मीडिया के साधन कम थे, उस समय 27 सालो तक निर्देशन का काम भी निस्वार्थ भाव से किया है। आज भी इनको 500 से अधिक चौपाई और दोहे याद है। साथ ही आज के डिजिटल युग में भी इन्होने अपनी संस्कृति के प्रति अपना जीवन निस्वार्थ भाव से न्योछावर कर रखा है