विकासनगर। गोकुल धाम सेवा समिति के तत्वावधान में विकासनगर के त्रिशला देवी जैन धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में व्यास आचार्य विजय कृष्ण महाराज ने कहा है कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से तन और मन की शुद्ध होने से मनुष्य का कल्याण होता है।
श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास विजय कृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने और कराने से मन शुद्ध होता है, शांति मिलती है और जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से आध्यात्मिक विकास होता है और भगवान के प्रति भक्ति गहरी होती है। व्यक्ति को संसार के प्रति मोह कम होता है और वह मोक्ष की ओर अग्रसर होता है। उन्होंने कहा है कि श्रीमद् भागवत कथा भक्ति मुक्ति का साधन है कथा श्रवण से जीव परमात्मा की कृपा प्राप्त करके भक्ति मार्ग से जुड़ जाता है और मनुष्य अपना आत्मकल्याण करता है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का उद्देश्य पछवादून में एक विशाल गोकुल धाम का निर्माण करना है। जिसमें गौ रक्षा, आध्यामिक जाग्रति हो सके, इसके लिए विकासनगर के व्यापारियों ने संकल्प लिया है। समय समय पर यह आयोजन होते रहने चाहिए तब ही धर्म की रक्षा, समाज में धर्म के प्रति सद्भावना, सनातन धर्म की ध्वजा और गौ माता की प्रतिष्ठा बची रहेगी। इस मौके पर उन्होंने कहा है कि हमें नशा और बुरी संगति से हमेशा दूर रहना चाहिए।
इस मौके पर गोकुल धाम सेवा समिति के अध्यक्ष गौरव महाराज, मिल्कीराम जोशी, आचार्य विपिन जोशी, दिनेश तोमर, देव माली संदीप, बलदेव राणा, बिनी ठाकुर, अजय रोहिल्ला, सीमा रोहिल्ला, राधु राणा, आचार्य गणेश, आचार्य बृजेश, आचार्य आशीष शर्मा, आचार्य लकी उनियाल आदि सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष कथा सुनने के लिए उपस्थित थे।