फलदार पेड़ों के अवैध कटान मामले में मिलीभगत का पर्दाफाश करेगी राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी
राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी ने पर्यावरण बचाने को शुरू की मुहिम, मिलीभगत में शामिल लोगों का पर्दाफाश करेगा संगठन
विभाग, कुछ सफेदपोशों और मीडियाकर्मियों के मिलीभगत का लगाया आरोप
विकासनगर। बागानों के अंधाधुंध अवैध कटान और कृषि भूमियों पर हो रही अवैध प्लाटिंग के खिलाफ राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी ने मिलीभगत में शामिल लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसको लेकर उन्होंने उग्र आंदोलन की सख्त चेतावनी दी है।
बता दें कि कभी फलपट्टी क्षेत्र के रूप में शुमार पछवादून क्षेत्र को भूफामियाओ की गिद्ध दृष्टि लग चुकी है। जिसके चलते न केवल कृषि भूमियों पर कंक्रीट के जंगल खड़े हो रहे हैं, बल्कि बागानों में फलदार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण को जमकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। आलम यह है कि बीते करीब दो माह में आदूवाला, प्रतीतपुर, जस्सोवाला, शंकरपुर और बिधौली जैसे क्षेत्रों में परमिशन की आड़ में सैकड़ों फलदार आम के पेड़ों की बली चढ़ा दी गई, जिस पर विभाग महज खानापूर्ति वाली कार्रवाई ही करता रह गया है। यह कोई एक दो मामले नहीं बल्कि बीते सालों में दर्जनों मामले अवैध कटान के सामने आए हैं जिन पर सिर्फ खानापूर्ति के लिए या तो जुर्माने की कार्रवाई की गई या फिर थाने में अज्ञात भूस्वामी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। जिस पर क्या कार्रवाई हुई किसी को कुछ नहीं पता।
जिसको लेकर अब विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के अध्यक्ष आजाद अली ने संगठन के बैनर तले मिलीभगत में शामिल लोगों के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। आजाद अली का कहना है कि पछवादून क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आम व लीची के बागानों के साथ ही बासमती की लहलहाती फसलें हुआ करती थी, जिनकी जगह अब कंक्रीट के जंगल खड़े हो रहे हैं। आजाद अली ने आरोप लगाया कि इस पूरे गोरखधंधे में भूमाफियाओं के साथ साथ कुछ विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों के साथ कुछ सफेदपोश और मीडियाकर्मी भी शामिल हैं। जिन पर अंकुश लगाया जाना बेहद जरूरी है। आजाद अली ने संगठन की ओर से चेतावनी दी कि अगर समय रहते इन क्रियाकलापों पर विराम न लगा और हाल ही में सामने आए मामलों में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई न हुई तो वह उग्र आंदोलन करते हुए मिलीभगत में शामिल लोगों के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे।