इशान
विकासनगर। एडीबी द्वारा वित्त पोषित उत्तराखंड स्टेट डेवलपमेंट स्कीम के तहत जल्द विकासनगर नगरपालिका क्षेत्र में जल्द ही करीब 535 करोड़ की लागत से एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत होने जा रही है। जिसको लेकर पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। जिसके चलते आगामी ग्यारह नवंबर को इस योजना का शुभारंभ होने वाला है।
दरअसल साठ के दशक में बनी नगरपालिका विकासनगर में उस समय सीमित क्षेत्र और जनसंख्या हुआ करती थी। जहां 1972 के आसपास क्षेत्र का शहरीकरण करते हुए सीवरेज आदि की व्यवस्था की गई। तब से लेकर आज तक इसमें थोड़े बहुत सुधार के अलावा कोई व्यापक सुधार नहीं किया जा सका। जबकि बीते करीब पचास साठ सालों में यहां जनसंख्या वृद्धि तो हुई ही साथ ही शहरीकरण भी बढ़ा। जिससे पूर्व की व्यवस्था पर चली आ रही सीवरेज व्यवस्था ने दम तोड़ दिया, जिससे शहर में बार बार सीवरेज चौक और जलभराव की स्थिति पैदा होने लगी। जिसको देखते हुए क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान की पहल पर शहरवासियों की इस समस्या के समाधान को लेकर कयावद शुरू की गई। जिसका करीब दो साल पहले पूरा खाका तैयार कर लिया गया। लेकिन उस समय धन के अभाव में इसको शुरू नहीं किया जा सका। लेकिन अब उत्तराखंड स्टेट डेवलपमेंट स्कीम के तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित इस योजना के लिए धन आवंटन से लेकर टेंडर प्रक्रिया होने के बाद कंपनी को भी चिह्नित किया जा चुका है। जो आगामी ग्यारह नवंबर से इस मेघा प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने वाली है।
“शहरवासियों को लम्बे समय से सीवरेज की समस्या से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसके देखते हुए उत्तराखंड स्टेट डेवलपमेंट स्कीम के तहत एडीबी द्वारा इस योजना को वित्तपोषित किया गया है। जिसकी शुरुआत आगामी ग्यारह नवंबर से होनी है। 535 करोड़ की लागत से शहर में सीवरेज लाइन, वाटर सप्लाई , ड्रेनेज सिस्टम के साथ ही आसपास के शहरी क्षेत्रों में वंचित क्षेत्र में साॅकपिट आदि की व्यवस्था की जानी है। “
“विकासनगर शहर के लोग लम्बे समय से सीवरेज की समस्या से परेशान थे। इस योजना के बन जाने से शहर की जनता को तो लाभ होगा ही, साथ ही कंपनी द्वारा करीब इक्कीस सालों तक इसकी देखभाल और मेंटिनेंस आदि का काम किए जाने से संबंधित विभागों को भी राहत मिलेगी।”
करीब 535 करोड़ की लागत से बनने वाली इस योजना में खास बात यह कि नगरपालिका के नवसृजित वार्ड भी इस योजना से लाभान्वित हो सकेंगे। साथ ही इस सीवरेज योजना पर काम करने वाली कंपनी योजना को पूरी तरह संचालित करने के बाद 18 सालों यानि कुल मिलाकर 21 सालों तक देखरेख और मेंटिनेंस आदि का काम भी करेगी। जिससे न तो नगरपालिका को अतिरिक्त भार पड़ेगा और न ही किसी अन्य विभाग को। जिसके चलते पिछले लम्बे समय से सीवरेज समस्या झेल रहे स्थानीय लोग भी इस योजना के जल्द शुरू होने से बेहद खुश हैं। जिनका कहना है कि उन्हें सालों से इस समस्या के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन जल्द इस योजना के शुरू होने से एक उम्मीद जगी है कि शहरवासियों को सीवरेज से होने वाली समस्या निजात मिल सकेगी।
“शहर में बार बार सीवरेज चौक होने से जलभराव के कारण स्थानीय जनता के साथ ही राहगीरों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान के अथक प्रयास से शहर की जनता को इस समस्या से राहत मिलने जा रही है, जिसके लिए क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान और प्रदेश की पुष्कर धामी सरकार बधाई के पात्र हैं।”
“स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारी वर्ग को भी सीवरेज के कारण होने वाली समस्या से दो चार होना पड़ रहा था। खासकर बरसात के मौसम में यह दिक्कतें और बढ़ जाती थी। उम्मीद है कि अब जल्द इस समस्या से निजात मिलेगी।”
“दशकों की इस समस्या से जल्द राहत मिलेगी, अब क्षेत्र की जनता, व्यापारी वर्ग और यहां आवागमन व खरीददारी करने वालों को भी सीवरेज व जलभराव की समस्याओं से राहत मिलेगी।”
बहरहाल अब देखना यह होगा कि 535 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह योजना कब तक पूरी होती है और इसका कितना लाभ नगरपालिका क्षेत्र की जनता को मिलता है।