विकासनगर। अवैध खनन की रोकथाम को लेकर सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के सख्त आदेशों की पछवादून क्षेत्र में जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। आलम यह है कि प्रदेश में जमकर नदियों का सीना तो छलनी किया ही जा रहा है, तो वहीं सीमावर्ती राज्य हिमाचल प्रदेश से उपखनिज भरकर चोर रास्तों से वाहन प्रदेश में पहुंच रहे हैं। जिससे रोजाना प्रदेश को लाखों रुपए राजस्व का नुक़सान उठाना पड़ रहा है।
दरअसल मानसून सीजन खत्म होने के बाद राजधानी देहरादून से लगते पछवादून क्षेत्र में एक बार फिर खनन वीरों की चांदी कटने लगी है। जिसके चलते उपखनिज सामग्री लदे वाहनों को सड़कों पर दौड़ते हुए आसानी से देखा जा सकता है। तो वहीं नदियों का सीना चीरते जेसीबीनूमा ट्रेक्टरों का खेल भी किसी से छिपा हुआ नहीं है। सूत्रों के मुताबिक विकासनगर अंतर्गत पुल नंबर एक, ढकरानी, नावघाट, ढालीपुर और कुंजा कुल्हाल क्षेत्र में जमकर न केवल यमुना नदी का स्वरूप बिगाड़ा जा रहा है, बल्कि इसकी आड़ में हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर स्थित क्रेशर व स्क्रिनिंग प्लांटों से सस्ते दामों में उपखनिज सामग्री खरीदकर प्रदेश में ऊंचे दामों पर बेची जा रही है। जिससे न केवल प्रदेश का उपभोक्ता लुट रहा है, बल्कि चोर रास्तों से बिना रवन्ना और रायलटी के उपखनिज सामग्री प्रदेश में पहुंचने से प्रदेश सरकार को रोजाना लाखों रुपए राजस्व की हानि उठानी पड़ रही है।